1. त्वचा संक्रमण: क्लिंडामाइसिन त्वचा संक्रमण जैसे कि सेल्युलाइटिस, इम्पेटिगो, फोलिकुलिटिस, और फोड़े के उपचार में उपयोग की जाती है।
2. रेस्पिरेटरी ट्रेक्टर इंफेक्शन: ये दावा रेस्पिरेटरी ट्रेक्टर इंफेक्शन जैसे कि निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और ब्राउसर के फोड़े के इलाज में इस्तेमल है।
3. हड्डी और जोड़ों का संक्रमण: क्लिंडामाइसिन ऑस्टियोमाइलाइटिस (हद्दी की मानशिकता का संक्रमण) और पहचाना गया गठिया (जोड़ के शून्य का संक्रमण) के उपचार में भी उपयोग की जाति है।
4. दांतों का संक्रमण: क्लिंडा माइसिन दांतों के संक्रमण जैसे दांतों के फोड़े और पेरियोडोंटल के उपचार में भी प्रयोग किया जाता है।
5. इंट्रा-एब्डोमिनल इन्फेक्शन: ये दावा इंट्रा-एब्डोमिनल इन्फेक्शन जैसे कि पेरिटोन लिस और फोड़े के इलाज में भी प्रयोग की जाति है।
क्लिंडामाइसिन के इस्तमाल से पहले, आपको अपने निर्णय पेशेवरों से सलाह लेनी चाहिए और उनके निर्देशों का पालन करना चाहिए। इससे आपको सही समय पर सही खुराक और अवधि मिल जाएगी और साथ ही किसी भी तरह के दुष्प्रभाव से बचाव हो सकता है।
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